गिलोय मूल रूप से एक भारतीय जड़ीबूटी है परंतु ये चीन, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के भी कुछ भाग में पाई जाती है। ये आयुर्वेदिक चिकित्सा और घरेलू चिकित्सा में कई बीमारियाँ ठीक करने के लिए उपयोग की जाती है। वैसे तो इसकी हर भाग का उपयोग विभिन्न रोगों के लिए किया जाता है लेकिन इसका तना सबसे ज्यादा उपयोगी होता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में ये बुखार, अस्थमा, दस्त, पेचिश, त्वचा संबंधी समस्याएं, मधुमेह, गठिया, और पीलिया आदि में उपयोग किया जाता है। आइये जानते हैं इस अद्भुत औषधि गिलोय के फायदे हिंदी में।
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गिलोय और उसके पोषक तत्त्व
गिलोय एक लता है और इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है।
इसके अत्यधिक लाभों के कारण इसे “अमृता” के नाम से जाना जाता है जिसका अर्थ है अमृत के समान।
इसे “गुडुची” के नाम से भी जाना जाता है जिसका अर्थ है कि गिलोय में हमारे पूरे शरीर की रक्षा करने के गुण हैं।
ये बुखार की एक सर्वोत्तम औषधि है।
Active Compounds
गिलोय की डंडी उसके अन्य भागो से अधिक लाभदायक है स्वास्थ्य के लिए।
इसके स्टेम में कुछ महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाये जाते हैं जैसे alkaloids, glycorides, steroids, terpenoids, वगैरह।
आइये इनके बारे में संक्षेप में जानते हैं:
1.) Alkaloids (एल्कलॉइड)
इसके स्टेम में पाया जाने वाला ये तत्व मलेरिया, बदन दर्द, हाई बीपी और पाचन संबंधी बीमारियों के लिए उपयोगी है।
एल्कलॉइड के कारण ही गिलोय के स्वाद में कुछ कड़वाहट होती है।
2.) टेरपेनोइड्स (Terpenoids)
गिलोय का सबसे अच्छा और लाभकारी तत्व टेरपेनोइड्स है।
इसमे एंटीवायरल, मधुमेह विरोधी, जीवाणुरोधी गुण होते हैं।
यह तत्व इसके स्वाद और हरे रंग के लिए जिम्मेदार है।
3.) स्टेरॉयड (Steroids)
गिलोय में पाए जाने वाला स्टेरॉयड तत्व शरीर के स्वास्थ्य और त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है।
उपचार के लिए ये तत्व जिम्मेदार है।
4.) लिगनेन (Lignans)
ये तत्व गिलोय को एंटीऑक्सीडेंट, रोगाणुरोधी और सूजन रोधी बनाता है।
इससे शरीर रक्त को शुद्ध करने में सक्षम होता है।
गिलोय के फायदे
आइए जानते हैं गिलोय के फायदे के बारे में:
1.) आंखों को फायदा
गिलोय के अनेको स्वास्थ्य लाभ है। ये आँखों के लिए भी बहुत उपयोगी है।
गिलोय के रस और आंवले के रस को साथ लेने से आंखों के रोग दूर हो जाते हैं।
इसके सेवन से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
इसके लिए त्रिफला चूर्ण में गिलोय रस को मिलाकर पानी के साथ काढ़ा बना लें। फ़िर इसको गुनगुना रहने पर पीपल का चूर्ण और शहद मिला कर सुबह और शाम सेवन करें।
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए गिलोय पाउडर का पेस्ट बनाएं और अपनी आंखों की पलकों पर लगाएं। गिलोय के अंदर ल्यूटिन कंपाउंड पाया जाता है जो आंखों की रोशनी के लिए बहुत लाभकारी होता है।
2.) मधुमेह में लाभकारी
गिलोय मधुमेह में असरदायक है।
यह हाइपोग्लाइसेमिक एजेंट के रूप में काम करता है और इसीलिए टाइप 2 मधुमेह के इलाज में बहुत प्रभावी है।
ये ब्लड शुगर के बढ़े हुए स्तर को कम करने का काम करता है। शरीर में इंसुलिन के उत्पादन में सुधार करता है।
किस तरह करे गिलोय का उपयोग
गिलोय का उपयोग मधुमेह में आप तीन तरह से कर सकते हैं:
- गिलोय का जूस (10-15 मिली) को एक कप में मिला लें और टमाटर के जूस में मिला कर सुबह खाली पेट सेवन करें।·
- गिलोय के तने के 5-6 इंच के टुकड़े को छोटा छोटा काट कर मिक्सी में डाल कर चला ले. फिर उस पेस्ट को 1 गिलास पानी में उबलने के लिए रख दे। जब पानी आधा रह जाए तो गुनगुने इस पानी का सुबह खाली पेट सेवन करे।·
- आधा चम्मच गिलोय चूर्ण को पानी के साथ खाना खाने के 1 घंटे बाद ले।
3.) विषम ज्वर में लाभ
गिलोय में बुखार को कम करने के गुण होते हैं। ये पुराने से पुराने बुखार को ठीक कर सकती है। इसमे ज्वरनाशक गुण होती है। ये किसी भी प्रकार के ज्वर जैसे मलेरिया, डेंगू, स्वाइन फ्लू में असरदार होती है।
किस तरह करे गिलोय का उपयोग
- गिलोय के तने के दो तीन 4-4 इंच के टुकडों को काटकर पानी में उबाल कर रख ले और एक दिन में 3-4 बार उस पानी को पियें।·
- बुखार को ठीक करने के लिए गिलोय घनवटी (1-2 गोली) दिन में दो बार खाने के बाद ले।
4.) गिलोय के फायदे डेंगू ज्वर और चिकनगुनिया में
डेंगू और चिकनगुनिया में भी गिलोय बहुत लाभप्रद है। इसके ज्वरनाशक और सूजन रोधी गुणो के कारण ये डेंगू बुखार में बहुत उपयोगी मानी गई है।
इसके सेवन से प्लेटलेट्स बढ़ने लगते हैं जो डेंगू बुखार के कारण कम हो जाते हैं। ये इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है जो बुखार से लड़ने में मदद करता है।
डेंगू के रोगियों को गिलोय जूस का नियम से उपयोग करने को कहा जाता है।
गिलोय में काफी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कि फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करके कोशिकाओं को स्वास्थ्य बनाते हैं। ये हमें बिमारियों से लड़ने में मदद करता है।
5.) गठिया और जोड़ों के दर्द में लाभकारी
गठिया के रोगियो के लिए गिलोय बहुत लाभकारी है। गठिया में जोड़ों में दर्द और सूजन हो जाती है। चलना, घूमना और दूसरी बहुत चीज़ों में बहुत दिक्कत हो जाती है। इन समस्याओं से निजात दिलाने में गिलोय बहुत कारगर है।
गिलोय में सूजन रोधी और गठिया रोधी गुण पाए जाते हैं जो गठिया के लक्षणों को कम करने में मदद करता है।
इसके लिए गर्म दूध में गिलोय का पाउडर या गोली ले।
6.) रोग प्रतिरोधक क्षमता
गिलोय रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का एक बहुत ही कारगर तरीका है। इसमे बहुत ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसके सेवन से शरीर के सारी अशुद्धियाँ बाहर निकल जाती हैं।
शरीर में संक्रमण से लड़ने की शक्ति आती है।
इसके 2 चम्मच रस को समान मात्रा में पानी के साथ खाना खाने के बाद सेवन कर सकते हैं।
7.) पाचन को ठीक करे
गिलोय का सेवन पाचन को ठीक कर पेट से संबंधित बीमारियों को ठीक करता है।
एक छोटा चम्मच गिलोय पाउडर को गुनगुने पानी के साथ ले सुबह और शाम।
8.) श्वसन तंत्र और अस्थमा
ये श्वसन तंत्र को भी ठीक रखने में कारगर है।
इसका एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण अस्थमा के लिए बहुत लाभदायी है। ये सांसों को आराम से लेने में मदद करता है।
सर्दी जुकाम में भी कारगर है।
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9.) त्वचा के लिए फ़ायदे
गिलोय त्वचा के सौन्दर्य को बढ़ाने और त्वचा संबंधी विकारों को दूर करने में भी बहुत कारगर है।
यह त्वचा को पोषण देता है और उसे चमकदार बनाता है। इसका फेस मास्क बना कर इसे फेस पर लगा सकते हैं।
गिलोय का रस उचित मात्रा में पीने से भी त्वचा को लाभ मिलता है।
किस तरह करे गिलोय का उपयोग
इसका रस भी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
इसके रस में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स से बचाता है।
गिलोय के सूजन रोधी गुण एक्जिमा और मुहांसों में भी बहुत प्रभावी होते हैं।
ये बालों के लिए भी बहुत अच्छा होता है।
रस तैयार करने की विधि
गिलोय का एक इंच के दो तीन टुकड़े ग्राइंडर में डाले।
अपनी पसंद की कोई भी सब्जी या फल इसमे डाले।
ब्लेंड करे और ताज़ा रस का सेवन करें। ·
फेस मास्क तैयार करने के तरीके
- फेस मास्क बनाने के लिए ताज़ा गिलोय की स्टेम को ले। फिर उसे क्रश करके पेस्ट बना ले. फिर थोड़ा गुलाब जल और शहद मिला कर के चेहरे पर लगा ले। 20 मिनट बाद चेहरे को साफ पानी से धो ले। ऐसा आप हफ्ते में 2-3 बार कर सकते हैं। ऐसा करने से चेहरे की त्वचा में ताजगी और चमक आ जाएगी।·
- गिलोय पाउडर को एलोवेरा जेल के साथ मिला कर चेहरे के लिए मास्क बना सकते हैं। एलोवेरा में चेहरे को नमी देने के गुण होते हैं जो गिलोय के साथ मिलकर त्वचा के रंग को निखारता है। मास्क बनाने के लिए – एक चम्मच पाउडर या ताज़ा गिलोय (1-2 इंच) के टुकड़े को क्रश कर पेस्ट बनायें। इसमे एलोवेरा जेल को मिला कर बहुत अच्छा एक पेस्ट बनाये। 15 मिनट चेहरे पर लगाने के बाद साफ पानी से चेहरे को साफ करें। फेस ग्लो करने लगेगा
- गिलोय को दूध के साथ मिलाकर भी फेस मास्क बनाया जा सकता है। ये चेहरे की रंगत को बढ़ा कर उसे बेदाग करने का गुण रखता है। एक कप में 1 चम्मच गिलोय पाउडर ले और उसमें थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाकर पेस्ट तैयार कर ले। इसे अपने फेस पर 20 मिनट तक लगा कर छोड़ दो। उसके बाद पानी से साफ़ कर ले। अच्छे परिणाम पाने के लिए इस पेस्ट का इस्तेमाल हफ्ते में कम से कम दो बार करें।
- एक कप में 1 चम्मच गिलोय पाउडर ले और उसमें थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाकर पेस्ट तैयार कर ले। इसे अपने फेस पर 20 मिनट तक लगा कर छोड़ दो। उसके बाद पानी से साफ़ कर ले। अच्छे परिणाम पाने के लिए इस पेस्ट का इस्तेमाल हफ्ते में कम से कम दो बार करें।
टेकअवे संदेश
इस लेख ‘गिलोय के फायदे’ के माध्यम से हमने देखा कि गिलोय के गुण वास्तव में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और यह वनस्पति हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना उपयोगी है।
गिलोय के सेवन से हम अपने शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं और कई बीमारियों से बच सकते हैं।
गिलोय का नियमित सेवन हमें ऊर्जा और जीवन शक्ति प्रदान कर सकता है क्योंकि यह कई महत्वपूर्ण तत्वों का अच्छा स्रोत है। इसलिए, यदि आप अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने चाहते हैं, तो गिलोय को अपने दैनिक जीवन में शामिल करने का विचार करें।
ध्यान दें कि हमें किसी भी नई दवा या पौधे का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लेना बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर यदि आप किसी गंभीर रोग या बीमारी का इलाज करने के इरादे से गिलोय का उपयोग करना चाहते हैं।
यदि आप अपने चिकित्सक के सुझाव के अनुसार गिलोय का सही तरीके से उपयोग करते हैं, तो आपको इसके अद्भुत फायदे मिल सकते हैं।
साथ ही, हमें हमारे परंपरागत और आयुर्वेदिक उपायों का मान्यता देने का अवसर मिलता है और हम अपने स्वास्थ्य को स्वयं संभालने के लिए इन जीवनुपचारों का सहारा ले सकते हैं।
इसलिए, गिलोय के फायदों का आनंद लें और स्वस्थ और सकारात्मक जीवन जीने का प्रयास करें।
डिसक्लेमर: इस लेख में व्यक्त विचारों को किसी चिकित्सक की सलाह का विकल्प नहीं माना जाना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने इलाज करने वाले चिकित्सक से परामर्श लें।
Bahut hi mahtvapurn evam upyogi jankari. Alekh ke liye shukriya.👍
Thanks a lot for your comments.